लाकडाउन में बंद निजी स्कूलों के 45 हजार शिक्षकों को नहीं मिला वेतन

लाकडाउन में बंद निजी स्कूलों के 45 हजार शिक्षकों को नहीं मिला वेतन
पानीपत, 8 मई (विनोद पांचाल) : कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन की वजह से हर किसी को प्रभावित होना पड़ रहा है। जिसमें उद्यमी, दुकानदार, मजदूर, स्कूल, कालेज के संचालक व अध्यापक तक इसकी चपेट में आकर किसी न किसी रूप में परेशान होना पड़ रहा है। पानीपत के 600 निजी स्कूलों के 45 हजार शिक्षक व अन्य स्टाफ के सदस्यों को अप्रैल माह का वेतन अभी तक नहीं मिला है। पानीपत जिला में हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी से संबंधित करीब 550 निजी स्कूल है और उसमें मिडल, हाई व सीनियर सकैंडरी स्कूल शामिल है। जबकि सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों की संख्या 62 है। इन सभी स्कूलों में जिलाभर में करीब 3 लाख बच्चे पढ़ते है और इन सभी स्कूलों में करीब 45 हजार शिक्षक व अन्य स्टाफ कार्यरत है। अब यहीं 45 हजार शिक्षक व अन्य स्टाफ स्कूल संचालकों से अपना अप्रैल का वेतन मांग रहे है और स्कूल संचालक बच्चों की फीस नहीं आने पर फंड नहीं होने की बात कह रहे है। हालांकि हरियाणा सरकार व शिक्षा निदेशालय की हिदायतें है कि सक्ष्म व्यक्ति अपने बच्चों की निजी स्कूलों में केवल ट्यूशन फीस भरेंगे और जो भी अभिभावक लॉकडाउन के दौरान फीस भरने में असमर्थ है तो स्कूल वाले उसका नाम नहीं काटेंगे। जिला के  लगभग 600 निजी स्कूलों में अभी तक 5-6 प्रतिशत अभिभावकों ने ही अपने बच्चों की स्कूल की टयूशन फीस भरी है। वहीं ज्यादातर निजी स्कूलों में इन्हीं शिक्षकों द्वारा बच्चों को ऑनलाईन पढ़ाई भी करवाई जा रही है।


इनका कहना है--------
सक्षम लोग भी बच्चों की फीस नहीं भर रहे: विजेंद्र मान
हरियाणा सयुंक्त विद्यालय संघ के प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मान ने बताया कि सरकार ने तो सक्षम लोगों को अपने बच्चों की स्कूल की ट्यूशन फीस भरने को लेकर हिदायतें जारी की है लेकिन सक्षम लोग भी बच्चों की फीस नहीं भर रहे है। मान ने कहा कि जिला भर में हरियाणा व सीबीएसई बोर्ड के करीब 600 निजी स्कूल है और इनमें से ज्यादातर स्कूलों की आर्थिक हालात ऐसी है कि जब तक बच्चों की स्कूल की फीस नहीं आ जाती तब तक वे अपने शिक्षक व गैर शिक्षक स्टाफ को वेतन नहीं दे पाएगे। वहीं मान ने कहा कि निजी स्कूलों की तो कई करोड़ रूपये की फीस पिछले सत्र मार्च 2020 तक की भी अभी तक बच्चों की तरफ बकाया पड़ी है