डाक विभाग : लोगों को घर पर कैश देने में यूपी सर्कल अव्वल
मेरठ ने बनाया रिकॉर्ड
पश्चिमी यूपी में डाक विभाग के कर्मचारी है अव्वल
माइक्रो एटीएम से जरिए पोस्टमैन घर पर दे रहे कैश
मेरठ। कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति में जो लोग बैंक कर जाकर धनराशि नहीं निकाल पा रहे, ऐसे लोगों को डाक विभाग और बैंक के कर्मचारी घर पर जाकर माइक्रो एटीएम के जरिए लोगों को भुगतान कर रहे है। डाककर्मी लोगों को गांवों में उनके घर पर ही दस हजार रुपये तक का भुगतान दे रहे है। इसमें डाक विभाग के यूपी सर्कल ने देशभर में बाजी मार ली। देशभर में रोजोना करीब दो लाख लोगों को डाक विभाग के 23 सर्कलों में भुगतान किया जा रहा है। इसमें अकेले यूपी सर्कल में करीब 80 हजार लोगों को लाभ दिया जा रहा है। इस संख्या को एक लाख पार पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है।
केंद्र और प्रदेश सरकार के कोरोना महामारी के मद्देनजर जारी निर्देशों के तहत जो लोग अपने खाते से पैसा निकालने बैंक तक नहीं आ-जा सकते, उन्हें बैंक और डाककर्मियों को माइक्रो एटीएम के जरिए घर पर पैसा उपलब्ध कराने का कार्य रोस्टर के अनुसार किया जा रहा है। प्रदेश में डाक विभाग के कर्मचारी गांवों में जाकर लोगों को घर पर ही रोजाना 70 से 80 हजार लोगों को भुगतान दे रहे है।
देश में डाक विभाग के 23 सर्कलों में यूपी सर्कल अव्वल है। यूपी सर्कल में बरेली सर्कल अव्वल है। चीफ पोस्ट मास्टर जरनल लखनऊ केके सिह तथा पीएमजी बरेली संजय सिंह के निर्देश पर हालांकि यूपी सर्कल में डाक विभाग यह संख्या एक लाख प्रतिदिन पार पहुंचाने की कोशिश में लगे है। मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में प्रतिदिन डोर स्टेप योजना के तहत करीब 500 कर्मचारी रोजाना तीन हजार से अधिक लोगों को लाभन्वित कर रहे है। मेरठ मंडल के छह जिलों में इस महीने डाक विभाग ने 18353 लाभार्थियों को दो करोड़ 47 लाख 87 हजार 245 रुपए की धनराशि का भुगतान किया। डाक विभाग के अधिकारिक सूत्रों की माने जो पूरे देश में डाक विभाग के कर्मचारी डोर स्टेप योजना में जितने लोगों को लाभान्वित कर रहे है। इसमें देशभर के अन्य सर्कलों की संख्या के मुकाबले वह संख्या यूपी में होती है।
आईपीपीबी में खाते का लाभ : केवल आधार कार्ड अपडेट और 100 रुपये से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैक का खाता खुलवा सकते है। जिसके माध्यम से घर बैठे अपने सुकन्या, आरडी, पीपीएफ, खातें मे धनराशि जमा कर सकते है। इसके अलावा घर बैठे टीवी, मोबाइल, रिचार्ज कर सकते है। टेलीफोन, गैस, पानी, बिजली के बिल का भुगतान कर सकते है। बीमा कि प्रीमियम का भुगतान कर सकते है। अपने किसी दोस्त, परिवार के सदस्य के बैंक खाते मे पैसा भेज सकते है।
बैंकों मे भीड लगाने की आवश्यकता नहीं : प्रवर अधीक्षक मेरठ पीडी रैंगर और मुजफ्फरनगर डाक वीर सिंह ने कहा कि जिस व्यक्ति मजदूर, किसान, व्यापारी का किसी भी बैंक में खाता है और वह उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से वृद्धावस्था पेंशन, किसान सहायता राशि ,जनधनयोजना के खातों मे सरकार द्वारा भेजी जाने वाली सहायता राशि का भुगतान लेना चाहता है। तो वह नजदीकी उपडाकघर, शाखाडाकघर को फोन करके अथवा अपने घर, गांव के नजदीकी शाखा डाकपाल से अवकाश के दिन भी सम्पर्क करके आधार इनेबिलड पेटेंट सिस्टम, मोबाइल, ओटीपी और आधार नंबर की सहायता से पोस्टमैन के माध्यम से घर बैठे भुगतान ले सकता है। किसी भी बैंक की न्यूनतम 100 रुपये और दस हजार तक की धनराशि डाकघर से प्राप्त कर सकता है।
यूपी और बरेली सर्कल अव्वल
डाक विभाग के देशभर में 23 सर्कलो में डोर स्टेप योजना के तहत लोगों को घर पर ही भुगतान उपलब्ध कराने में यूपी सर्कल अव्वल है। अन्य सर्कल यूपी से बहुत पीछे है। यूपी सर्कल में बरेली सर्कल अव्वल है।
पीडी रैंगर, प्रवर अधीक्षक डाक मेरठ
दस हजार तक का किया जाता है भुगतान
जिन लोगों के बैंक और इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक में खाते है, उन्हें पोस्टमैन गांव में रोस्टर के मुताबिक जाता है और दस हजार रुपये तक का भुगतान देता है। इसमें सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का जिम्मेदारी गांव प्रधान और पंचायत सचिव की है।
रतन सिंह, डिप्टी पोस्टमास्टर सिटी प्रधान डाकघर